कंप्यूटर नेटवर्क क्या होता है? कितने प्रकार का होता है ? जानिए LAN, MAN, WAN के बारे में

कंप्यूटर नेटवर्क क्या होता है? कितने प्रकार का होता है ? 

जब दो या दो से अधिक कम्प्यूटर्स को की Communication Channel के माध्यम से कनेक्ट करते है तो उसे कंप्यूटर नेटवर्क कहते है। ये सभी कनेक्ट कंप्यूटर आपस में एक-दूसरे के साथ इलेक्ट्रॉनिक सुचना का आदान-प्रदान करते है। 

जब य डिवाइस एक साथ कनेक्ट होते है तो ये एक-दूसरे के साथ डाटा एवं अन्य फाइल शेयर करने के लिए सक्षम होते ही। पहले के ज़माने  में सन्देश को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुँचाने के लिए डाकिया की मदद से किया जाता था। लेकिन अभी कंप्यूटर नेटवर्क के होते सब काम आसान हो गया है।  हमारे पास डिजिटल सुविधा अधिक हो गया है और साथ में कई काम को जल्दी एवं आसान बना दिया है। सूचनाओं के आदान-प्रदान लिए एनालॉग तथा डिजिटल विधियों का प्रयोग किया जाता है। 

 तो चलिए आज मैं इसी नेटवर्क के बारे में आपको जानकारी देता हूँ।  

कंप्यूटर नेटवर्क कितने प्रकार के होते हैं ?

दोस्तों generally देखा जाय तो कंप्यूटर नेटवर्क मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है LAN,MAN  और WAN ये तीन नेटवर्क मुख्या है लेकिन इसके अलावा और कुछ अन्य कंप्यूटर नेटवर्क है।  ये कंप्यूटर नेटवर्क अपने एक कमरे से शुरू होता है वो उसका सेंटर होता है। तो ये यहां से पुरे वर्ल्ड में फैला हुआ है लेकिन इसको क्षेत्र के हिसाब से अलग अलग भागो में बांटा गया है। 

 तो चलिए कंप्यूटर के सभी नेटवर्क के बारे में जानकारी लेते है। 

  1. LAN -(Local Area Network)
  2. MAN-(Metropoliten Area Network)
  3. WAN-(Wide Area Network)
  4. WLAN-(Wireless Local Area Network)
  5. PAN-(Personal Area Network)
  6. CAN-(Campus Area Network,Controller Area Network,Cluster Area Network 
  7. SAN-(Storage Area Network,System Area Network,Server Area Network,Small Area, Network) 

1. LAN (Local Area Network)

LAN का फुल FORM - Local Area Network 

lan ये नेटवर्क हैं वो नेटवर्क  है जो घर,कार्यालय,स्कूल, हवाई अड्डा जैसे भवनों के छोटे समूह के लघु क्षेत्र को आवृत्त करता है। ये लोकल एरिया में फैला होता है। ये नेटवर्क ऐसा है जो दो या दो से अधिक कंप्यूटर को एक साथ जोड़ने का काम करता है।  

LAN नेटवर्क के विशेषताएं। 
 1.  इसमें एक साथ एक कमरे के साथ पुरे घर में एक साथ कई सारे कम्प्यूटर्स को कनेक्ट कर सकते है। 
2. कनेक्टेड कंप्यूटर में इलेक्ट्रॉनिक मैसेज (E-Mail) भेज सकते है। 
३. एक कम्यूटर से सभी कनेक्टेड कंप्यूटर को अपने कण्ट्रोल में मैनेज किया जा सकता है। 
४. LAN नेटवर्क की डाटा स्पीड तेज होती है। 
५. इसको इंस्टाल करने में आसान और खर्चा ज्यादा नहीं लगेगा। 

LAN का क्षेत्र कितना हो सकता है?
इस लोकल नेटवर्क एरिया में डिवाइस की संख्या १ /2 से अधिक हजार तक भी हो सकता है।  इस नेटवर्क में सर्वर और मोबाइल प्रिंटर भी कई कार्यो के लिए भी जुड़े हुए होते है। 

२. MAN (Metropoliten Area Network)

MAN का फुल FORM Metropoliten Area Network 
यह नेटवर्क LAN से कुछ अधिक और WAN से कम एरिया को जोड़ने का काम करता है। इसके द्वारा एक  शहर को  कनेक्ट किया जा सकता है।  MAN  बहुत सारे LAN को मिलकर बनया जाता है। 
इसका उपयोग किसी शहर के अंदर तेजी से HIGH SPEED  डाटा को ट्रांसफर  करने के लिए किया जाता है। 
जैसे की केबल टीवी का सेंटर शहर के बीच  में स्थित रहता है अपने सेंटर में रहता है और वहां से पुरे शहर में फैलता है जिसका उपयोग उसका यूज़र्स केबल के द्वारा उसके का यूज़ करता है। 

MAN नेटवर्क के विशेषताएं। 
1. यह LAN नवटवर्क से ज्यादा डिवाइस को कनेक्ट। 
2. MAN का Range जो है वो LAN की तुलना में अधिक है। 
3. एक नेटवर्क ऑपरेटिंग के द्वारा पुरे शहर के नेटवर्क सिस्टम डिवाइस को मैनेज किया जा सकता है। 

३. WAN -(Wide Area Network)

WAN का फुल FORM Wide Area Network 

ये नेटवर्क कई सरे LAN का कलेक्शन होता है। दूरसंचार नेटवर्क अथवा कंप्यूटर नेटवर्क है जो बहुत ही विशालकाय भौगोलिक क्षेत्र  तक फैला होता है।  वाइड एरिया नेटवर्क एक दूरसंचार नेटवर्क है जो कंप्यूटर नेटवर्किंग के लिए प्राथमिक है। 

 ये नेटवर्क एक पुरे शहर को या एक शहर से दूसरे शहर को या फिर एक देश से दूसरे देश को जोड़ने का काम  जिसकी  सहायता से नेटवर्क मार्केटिंग में आसानी होती है।  यह नेटवर्क कई सारे एक जैसे नेटवर्क को जोड़ता है जैसे LAN और MAN को। 
 
इस नेटवर्क का एक अच्छा और आसान सा उदाहरण इंटरनेट है। जिसे सब उसे उपयोग करते है। 
संक्षेप में कहा  जाय तो दुनिया भर के विभिन्न  स्थानों से कर्मचारियों, छात्रों,ग्राहकों, खरीददारों, को डेटा भेजने के लिए व्यापक क्षेत्र नेटवर्क का उपयोग करती है। 

WAN की ख़ास बाते / विशेषताएं।
इसकी विशेषताय यह है की इससे हम पुरे विश्व के नेटवर्किंग डिवाइस में कनेक्ट हो सकते है 

4.WLAN-(Wireless Local Area Network)

WLAN का फुल FORM-Wireless Local Area Network

ये नेटवर्क वायरलेस नेटवर्क होता है, मतलब की इसमें बिना कोई तार या wire से वायरलेस LAN नेटवर्क को दो या दो से अधिक कम्प्यूटर्स  नेटवर्किंग डिवाइस को आपस में एक छोटे एरिया में जैसे की घर ऑफिस कार्यालय में बिना कोई वायर या तार के बिना जोड़ने  का कार्य करती है। WIFI की सहायता से कोई भी नेटवर्किंग डिवाइस को कनेक्ट करते  Wireless LAN कहा जाता है।  

कंप्यूटर और नेटवर्क  लिए कई प्रकार के नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है। Wire Networking Technology - Teisted pair cable Coaxial Cable & Fiber Optics Cable है और अन्य wireless networking Technology जैसे Blutooth, Radio Wave Infrared, Satelite का Use किया जाता है। 

यह Digital Data और information को Radio Wave में कन्वर्ट करते है ,साथ ही Radio Wave को Digital data में कन्वर्ट करता है। इसी कनवर्टर को  राऊटर या मॉडेम के नाम से जाना जाता है। 
वायरलेस  नेटवर्क एक दूरी के अंदर बिना कोई तार के या फिर दो या दो से अधिक डिवाइस आपस में एक  साथ जुड़ती है फिर वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क को Wifi के नाम से जानते है। 

५. PAN-(Personal Area Network)

PAN का फुल FORM-Personal Area Network)

PAN नेटवर्क वो नेटवर्क होता है जो की Connected Device से बना होता है वही इसे केवल एक ही व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल  किया जाता है। ये Device को Allow करता है, जैसे की Computers, Tablets, smartphone और डिजिटल samartwatches को एक-दूसरे के साथ Communicate के लिए।  
आपका जब भी मन करे जब चाहे आप अपने कंप्यूटर या टेबलेट्स कस साथ अपने स्मार्टफोन को कनेक्ट करते है जैसे  एक wifi Router के साथ  कनेक्ट करते है। Theatring की क्रिया होती है Bluetooth, wifi या USB की सहायता से, ये आपके डिवाइस के ऊपर निर्भर करता है। 

लेकिन इसके नेटवर्क को इस तरह से बनाया गया है की इसमें एक लिमिट है. इसको USE करने की लिए सिंगल यूजर तक ही सिमित है इसलिए इसे अक्सर Automatically सिक्योर किया जाता है। जिसमे सिर्फ Authorized Device की Connection को ही स्थापित किया जाता है। आपके लिए बेहतर यही है की आप अपने कनेक्शन को पुनः चेक कर ले  की ये कन्फर्म  होने के लिए की इसमें कोई एक पासवर्ड की जरुरत है की नहीं उसके साथ केवल Authorized Device को कनेक्ट करने के लिए आपको इजाजत है की नहीं , या फिर सभी लोगो के लिए। 

6. CAN-(Campus Area Network,]

CAN का फुल FORM -Campus Area Network
ये नेटवर्क ऐसा नेटवर्क है जी की Educational या Corporate Campus और एक से अधिक भवन को cover करता है। can नेटवर्क  अंदर में बहुत  सारे  lan नेटवर्क भी शामिल है इसमें connected होते है। via switches और routers ये आपस में कनेक्ट होकर एक सिंगल नेटवर्क का निर्माण करते है।  

ये lan की तरह  जिसके  पास acess होता है वो  नेटवर्क का (wired या wireless) communicate (संवाद) करता है सीधे उस दूसरे system के साथ उस नेटवर्क के अंदर ही। 

CAN के फायदे -
इसके दो तरह के फायदे है। सिक्योरिटी और इसकी स्पीड 
security-इसमें एक Proxy server का इस्तेमाल एक  websites को लिमिट करने  इंटरनेट ports users के acess को कण्ट्रोल करने  के भी  लिए किया जाता है। 

speed- इसमें एक फाइल को आसानी से और तेजी से किसी दूसरे यूजर के पास शेयर कर सकते है उसी नेटवर्क में  CAN में  संचार होता है  नेटवर्क में, इसलिए इसमें Data ट्रांसफर की स्पीड इस दोनों सिस्टम के बीच में LAN नेटवर्क की अपेक्षा CAN की DATA Transfer स्पीड ज्यादा होती है।  

7. SAN-(Storage Area Network,

SAN का फुल FORM -Storage Area Network
SAN नेटवर्क ऐसा नेटवर्क है जो की संग्रहण क्षमता का उपयोग बढ़ाने  में  अच्छी भागीदारी निभाता है। लेकिन ये एक  से अधिक सर्वर को अपने निजी संग्रहण स्थान को एक डिस्क सारणी के रूप में इकठ्ठा करता है।  
इसका ऑपरेटिंग सिस्टम एक समर्पित बिना शेयर के LUNS का प्रयोग करके ये अपना फाइल सिस्टम बनाते है।  जइसे की वह  स्वयं अपने लिए ही करते है।  यदि हम एक से अधिक LUN सिस्टम को शेयर करने का प्रयास कर्नेगे तो वे दूसरे काम में  हस्तक्षेप करेंगे तथा डाटा को ख़राब भी कर देगा।  LUN पर कम्प्यूटरो में एक दूसरे के बिच डाटा शेयर करने की  कोई उन्नत समाधान की आवश्यकता है।  

SAN के विपरीत NAS एक फाइल के तौर पर आधारित प्रोटोकॉल है जैसे NFS या SMB/CIFS का प्रयोग होता है। हाल ही में NAS ने के हेड्स नै SAN संग्रहण का NAS में रूपांतरण कर आसान बना दिया है।  
SAN नेटवर्क के फायदे. 
संग्रहण को शेयर करने से स्टोर प्रबंधक  लचीला होता है क्योकि एक नेटवर्क दूसरे नेटवर्क से संग्रहण स्थान्तरित करने  तारो तथा संग्रहण के उपकरणों के स्थानों में परिवर्तन नहीं करना पड़ता है।  

सर्वर में SAN को बूट करने  की क्षमता है।  इससे जो ख़राब है उसको बूट करके आसानी से व जल्दी बदला जा सकता है।  ऐसा करने के लिए लगभग आधे घंटे  है तथा नए डाटा को केन्द्रो में जल्दी से लागू किया जाता है।   

THANKYOU -------

आज के मेरे इस ब्लॉग के आर्टिकल में मैंने आपको कंप्यूटर नेटवर्क के बारे में बताया है की कंप्यूटर नेटवर्क क्या है ? और कंप्यूटर नेटवर्क के कितने प्रकार है ? उन सभी का नाम और सभी के बारे आपको जानकारी दिया गया है।  तो आप मुझे बताये की कैसा लगा।  तो आप इसकी जानकारी आप \अपने दोस्तों के पास भी शेयर कर सकते है।
 मैं  आपको हमेशा ही इसी  टेक्नोलॉजी से सम्बंधित जानकरी देते रहूँगा।    

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