दुनिया के इतने Dangerous हैकर ग्रुप Lulzsec इसने तो सबको हैरान कर देने वाले करनामे किये .जाने कैसे?


Lulzsec-  Lulz security के नाम से जाना जाता है। और ये High Profile Black Hat Hacker Group  है।  और यह ग्रुप उस  समय सबके नजर में आया जब उन्होंने Sony, न्यूज़ इंटरनेशनल सीआईए,FBI,स्कॉटलैंडयार्ड  और दूसरे Netoworthy Accounts को हैक कर दिया था। माना जाता है की इनकी ये  ग्रुप इतनी कुख्यात है की इसने  News Corporation Account  तक  को भी हैक कर दिया था।  और उसने सबके सामने झूठी खबर फैलाई की Rupert Morduch अब नहीं रहे। 

और ये ग्रुप २६ जून २०११ को आधी रात [बीएसटी,यूटी+०१] के ठीक बाद लुल्ज़ सेक ने "५० डेज ऑफ़ लुल्ज़] स्टेटमेंट में दावा करती है की इन्होने अपने नीच कार्य से Retirement ले लिया है। लेकिन उनका सिद्धांत है की , हम सन 2011 से "हम तुम्हारी सिक्योरिटी पर हँसते है।"  और उसने कहा की लुल्ज़सेक के ग्रुप में कुल 6 सदस्य थे। ग्रुप ने कई बड़े - बड़े न्यूज़ पेपर वेबसाइट  में हैक करके ये खबर पब्लिक  करता है की उन्होंने अब इनसे Retirement कर चुके है। और बहुत से लोगो का तो मानना है की ये ग्रुप लोगो की नेटवर्क की सुरक्षा में कमी`के विषय बारे में बताते है।  
अपने profile lulzsec के संस्थापक में से एक कंप्यूटर सुरक्षा विशेषज्ञ हेक्टर मोनसेगुर थे, जिसने ऑनलाइन मॉनिकार  साबू का इस्तेमाल किया था। बाद में उन्होंने कानून प्रवर्तन को एक याचिका सौदे के हिस्से के रूप में संगठन के अन्य सदस्यों को ट्रैक करने में मदद की और इस जांच करता के तहत मार्च 2012  में लुल्ज़सेक के काम से का चार सहयोगीयो को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह के ब्रिटिश अदिकारी के दो किशोरों को गिरफ्तार  करने की घोषणा की थी , उससे उनके ऊपर आरोप है की वे लुल्ज़सेक के सदस्य टी-फ्लो और टोपरी है। 
  • Lulzsec का इतिहास ?
Lulzsec ने अपना नाम "लुल्ज़", [लोल ] हँसते हुए जोर से, "जो हंसी का प्रतिनिधित्व करता है, और "सेक", "सुरक्षा" के लिए छोटा है। 
लुल्ज़सेक के ग्रुप के खिलाफ एक संघीय अभियोग का तर्क है की ये लुल्ज़सेक हैकर्स ग्रुप बनने से पहले एक इसके ६ सदस्य internet fade नामक एक अलग ग्रुप था। इस नाम के तहत इस ग्रुप फाइन गेल, एचबीगैरी और फॉक्स ब्रॉडकॉस्टिंग कंपनी से सम्बंधित वेबसाइट पर अटैक किया। और कहा जाता है की इसमें वो घटना भी शामिल जिसमे HBGarry खातों से ई-मेल मैसेज चुराए गए थे। फिर 2011 में, HBGarry हैक्स के खबर फैलने के बाद इंटरनेट फेड के ६ सदस्यों ने लुल्ज़सेक ग्रुप की शुरुआत की। 

और जब ये ग्रुप बना तो इसने सबसे पहले Fox. com website को शिकार बनाया क्योकिं ये ग्रुप इसके खिलाफ था । यह है की ये इंटरनेट फेड का इतेमाल करता था।  ये ग्रुप किसी भी वेबसाइट के हैक करते समय अक्सर इंटरनेट मेम का उल्लेख करता है। लुल्ज़सेक २०११ में उभरा था ,और कई प्रमुख निगमों की वेबसाइट पर सफलतापूर्वक हमला किया। 

  • Lulzsec के सदस्य ?
लुल्ज़सेक के ग्रुप में कुल 7 सदस्य थे। 
  1. Sabu- [BORN 1983]Sabu इस ग्रुप का लीडर के रूप में कार्य करता था।  और यह ये निर्णय लेता था आगे कौन सा टारगेट पर काम करना है और इस काम को करने के लिए कौन योग्य है इसका  लेता था। sabu इस समूह सबसे मजबूत हैकिंग कौशल और पायथन प्रोग्रामिंग के भाषा के ज्ञान के साथ एक सुचना प्रौद्योगिकी सलाहकार है।   sabu को 2011 में गिरफ्तार किया गया था और उसको न्यूयोर्क के "लोअर ईस्ट साइड" 29 वर्षीय बेरोजगार व्यक्ति के रूप में उसका पहचान प्राप्त हुआ था।  १५अगस्त को उनको कई हैकिंग करने के जुर्म में दोषी साबित किया गया,और एफबीआई क साथ मदद करने के लिया तैयार हुआ। साबू की पहचान 11 मार्च २०११ को 'नामशुब" नामक एक बैक्ट्रेस सिक्योरिटी द्वारा पिडीएफ प्रकाशन में हेक्टर मोंटसेगुर के रूप में किया गया था। 
  2. Topiary- [Born 27 October १९९२] अपने नाम टोपियरी से जाने जाना वाले एक ब्रिटिस हैक्टिविस्ट है।  उन्होंने बेनामी, लुल्ज़सेक और अन्य ग्रूपो में काम कर चूका है। और साथ में वह  इंटरनेट एनोनिमस नामक ग्रुप का सहयोगी था। उन्होंने जिम्बॉब्वे, सीरिया, ट्यूनीशिया, आयरलैंड और मिश्र जैसे देशो में सरकारी वेबसाइट को ख़राब कर  दिए थे। टोपियरी ने लुल्ज़सेक के ट्विटर अकाउंट को दैनिक आधार पर चलाता था।  पुलिस ने 27 जुलाई 2011 को शैटलैंड,यूनाइटेड किंगडम में व्यक्ति को टोपियरी होने के संदेह में गिरफ्तार किया और बाद उसकी पहचान जेक डेविस के रूप में हुइ। और उसके ऊपर कंप्यूटर के बिना परमिशन के उपयोग और साजिश सहित ५ मामलो का का आरोप लगाया गया।  उन्हें ६ मार्च 2012 को आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया। 
  3. Kayla KMS- लंदन के रयान एक्रोयड और लुल्ज़सेक चैट लॉग्स में एक  अलग अज्ञात व्यक्ति जिसे  "लोल" या "शॉक ऑफ़ गार्ड" के नाम से जनता जाता था है। और ये बॉटनेट [ ] का प्रयोग भी करता था। जिसका उपयोग इसने अपने वितिरत "डिनायल ऑफ़-सर्विस" के हमलो बॉटनेर में लगभग ८०,000 संक्रमित कंप्यूटर सर्वर होने की सुचना है। ये भी है की  KAYLA "Gnosis" के तहत कई हाई प्रोफाइल हमलो में भी शामिल था।  कायला 2010 में स्काइपहैंडल Pastorhoudaille" के तहत मीडिया में हुए आक्रोश में भी शामिल था। कायला को संभालने वाले एक व्यक्ति की पहचान लंदन के रयान एक्रोयड में हुई जिसको गिरफ्तार किया गया। फिर को 6 मार्च २०१२ को में साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ये जब जेल से रिहा हुआ तब लुल्ज़सेक से  सार्वजनिक रूप मिला और बातचीत किये। और कहा की उनका मन्ना है की बेनामी ,अन्य कार्यकर्ता और सामान विचारधारा वाले लोगो एक साथ ग्रुप में साथ में  चाहिए और क़ानूनी रूप से अपने मुद्दों को बदलने प्रयास करना चाहिए।  फिर दिसम्बर २०१४ में  उन्होंने 200 से अधिक विद्यार्थियों के लिए शेफील्ड हॉलम विश्वविद्यालय में एक अधिक क्षमता वाले व्याख्यान सभाकक्ष में अपना पहला व्याख्यान दिया। जहा उसने लुल्ज़सेक ग्रुप और अपने ५०दिनो के बारे में बताया।  
  4. Flow- [Mustafa AL Bassam]  [Born January 1995] ये एक ब्रिटिस कंप्यूटर शोधकर्ता करने वाला था। लुल्ज़सेक ग्रुप में वह lulzsecurity.com के सुरक्षा का कार्य का प्रभारी था। लंदन में मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने 19 जुलाई 2011 को तुल्फो नाम के १६ वर्ष के हैकर को गिरफ्तार किया गया। यह वर्त्तमान में लंदन के यूनिवर्सिटी में सुचना सुरक्षा अनुसंधान समूह में पियर-टू-पियर सिस्टम पर कार्य करने वाला एक छात्र है। 2016 में Mustafa AL Bassam को सरकारी निगरानी उजागर को करने के अपने काम के लिए प्रोद्योगिकी अनुभाग में फ़ोर्ब्स 30 अंडर 30 में सूचीबद्ध किया गया था। 
  5. Avunit - यह इनके सात सदस्य में से एक है लेकिन संस्थापक सदस्य नहीं है। उन्होंने आपके खुद के लेबल के "भाड़ में जाओ एफ़बीआई  शुक्रवार"[Fuck the FBI friday]के बाद फिर  ग्रुप को छोड़ दिया वह बेनामी Anonops HQ से वभि जुड़ा था। अवनीत ही ऐसा था जिसका इनके सात लोगो  के ग्रुप में इसका पहचान नहीं किया गया है।  
  6. Palladium - आयरलैंड के डोलचा ओ'सिरबिल के नाम से पहचाने जाने पर उसे ६ मार्च 2012 को साजिश के जुर्म मैं गिरफ्तार किया गया। 
  7. Rayan Cleary -यह कभी कभी आयरलैंड का इस्तेमाल करता था। अमेरिका के वायुसेना और अलग हमलो के खिलाफ सम्बद्ध में cleary को 32 माह की सजा हुई। 
इनके ग्रुप में जो और बाकी सदस्य थे उनका अभी तक कोई भी पहचान नहीं हुआ है।  वे बेखबर है। 










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